Aloke Kumar Gupta
President
बंधुओं २०२३ में एसोसिएशन अपने इक्कीसवें वर्ष में प्रवेश करेगा. दो दशक की सफल यात्रा में कई वरिष्ट सदस्यों का अपने अपने कार्यकाल में अप्रतिम योगदान रहा है. २००२ में वाराणसी में हुए पहले सम्मलेन की यादे आज भी उतनी ही ताज़ा हैं जितनी तब थी.
निरंतर बदलाव और काल के साथ सामंजस्य जीवन्तता का परिचायक होता है. आप सभी जानते है की आज का काल डिजिटल काल है| २०१९ के कोरोना महामारी के समय इन्टरनेट और डिजिटल प्लेटफार्म ने प्राणवायु का काम किया इसके हम आप सभी साक्षी हैं. कुछ माह के बाद लोगो को समझ में आया की डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से अर्थव्यवस्था, प्रशासन, और शिक्षा का संचालन किया जा सकता है और इसका सफलतापूर्वक पूरी क्षमता से उपयोग किया गया .
UPDA ने भी डिजिटल और हाइब्रिड प्लेटफार्म पर अपना वार्षिक सम्मलेन किया. आज भी UPDA ki Paathshalaa का संचालन हो रहा है |
ऐसे में एक बहुआयामी सशक्त वेबसाइट की आवश्यकता की अपरिहार्यता को नकारा नहीं जा सकता. इस आवश्यकता को देखते हुए UPDA की वेबसाइट को अपग्रेड करने की प्रक्रिया गतिशील सचिव डा. सौरभ श्रीवास्तवा की देखरेख में चल रहा है और पूर्ण आशा है की अक्टूबर २०२२ को होने वाले वार्षिक सम्मलेन में यह अपने नए कलेवर में आपके सामने होगा.
IDF का २०२२ का थीम है “Education to Protect Tomorrow”. इस शिक्षा के कई आयाम हैं. चिकित्सको की शिक्षा, परा – मेडिकल स्टाफ की शिक्षा , रोगी की शिक्षा और आम जन की शिक्षा. चिकित्सक और परा-मेडिकल और रोगी की शिक्षा का कार्य एसोसिएशन द्वारा वार्षिक रूप से निरंतर २००२ से अपने वार्षिक सम्मलेन के माध्यम से किया जा रहा है. मुझे लगता है इस प्रयास को और व्यापक करने की आवश्यकता है . चिकित्सको को निरंतर नए ज्ञान से परिचित कराने हेतु वार्षिक सम्मलेन के अतिरिक्त भी बीच बीच में अवसर मिलने चाहिए . इसके लिए नगर स्तर पर छोटे छोटे CME का आयोजन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है . हमारा प्रयास है की घर बैठे सरल भाषा में नवीनतम जानकारी हम अपने वेब-साईट के माध्यम से आप तक पहुंचा सके, हमारे सचिव इस पर भी कार्य कर रहे है .
बंधुओं आप सभी इस बात के साक्षी है की निरंतर बढ़ते ज्ञान के बाद भी मधुमेह का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है . T2DM से प्रभावित होने वालो की आयु सीमा भी घटती जा रही है और अब किशोर भी इस की चपेट में आ रहे है. मेरा मानना है की यदि हमें इस एपिडेमिक पर अंकुश लगाना है तो आज के किशोर पर गंभीरता से कार्य करना होगा. मेरा आप सभी सदस्यगण से अनुरोध है की आप वर्ष में कम से कम पांच स्कूल/कॉलेज में जाए और किशोरों को स्वस्थ जीवन शैली से परिचित करायें, उन्हें बताये की उनकी आज की लापरवाही उनके लिए कैसे आगे चल कर मुसीबत बनेगी. Education to Protect Tomorrow का थीम तभी अपने इक्षित लक्ष्य को प्राप्त कर सकेगा |
इस नए वेबसाइट पर आप के सुझाव का भी एक विकल्प होगा . मै आशा करता हूँ की आप अपने बहुमूल्य सुझाव अवश्य प्रेषित करेंगे |
आपका
डा. आलोक कुमार गुप्ता
अध्यक्ष
Diabetes affects approximately 70 million Indians and is mainly into 2 different types: Type 1 and Type 2. Type 1 is usually associated with juvenile diabetes and is often linked to heredity. Type 2, commonly referred to as adult onset diabetes, is characterized by elevated blood sugars, often in people who are overweight or have not attended to their diet properly. Many complications can be associated with diabetes.